बुद्ध से एक प्रश्न
भंते,
आपने कहा था
मुक्ति का एक रास्ता है।
इच्छाओं के दमन से,
मिलती है मुक्ति
आवागमन से।
मैं तो एक नारी हूं।
इच्छाओं का दमन ही
सिखाया था,
माता पिता ने,
पति पुत्र ने।
क्या मुझे मुक्ति मिलेगी?
आपके उत्तर की
प्रतीक्षा रहेगी।
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5 comments:
युगों युगों से नारी के मन में उठता यह प्रश्न: क्या मुझको मुक्ति मिलेगी. क्या हो मार्ग इसका. सुन्दर रचना.
शाश्वत प्रश्न । पर सदैव अनुत्तरित ।
पुनः एक गहन सवाल उठाती रचना..बधाई.
bahut sahi prashn kiya hai
sunder rachnaa...
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